कोविड वैक्सीन वितरण के मामले में देश निभा रहा है एक अच्छे पडोसी की होने का कर्तव्य
भूटान, नेपाल और बांग्लादेश समेत तमाम पड़ोसी देशो में बांटी जा रही है भारत निर्मित कोरोना वैक्सीन.
वैश्विक महामारी कोविड-19 के खिलाफ चल रही जंग में हिंदुस्तान एक फ्रंटलाइन योद्धा की तरह डटा हुआ है. जहां वैक्सीनेशन प्रारंभ होने के महज छः दिन के भीतर ही लगभग 10 लाख से भी अधिक देशवासियों का टीकाकरण किआ जा चुका है. वही दूसरी ओर वैक्सीन लगाने के मामले में केवल चीन, अमेरिका, जर्मनी, इजरायल तथा ब्रिटेन ही भारत से आगे है. इसके साथ ही हिंदुस्तान न सिर्फ देश में बल्कि विदेशो में भी वैक्सीन की आपूर्ति करा रहा है.
किन-किन देशो को दी जा रही है वैक्सीन
भारत ने बीते मंगलवार को अपनी घोषणा में कहा था कि वह सहायता अनुदान के अंतर्गत मालदीव, भूटान, नेपाल, बांग्लादेश, सेशेल्स तथा म्यामार को कोरोना वैक्सीन प्रदान करेगा. भारत ये वैक्सीन इन सभी पड़ोसी देशो को महामारी से निपटने के लिए राहत सामग्री के रूप में दे रहा है.
इसके साथ ही अफगानिस्तान, श्री लंका और मारीशस को भी आवश्यक नियामक मंजूरी मिलने के तुरंत बाद ही वैक्सीन भेज दी जाएगी.
बतादे की इससे पहले भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्विट कर लोगो को जानकारी दी थी कि भारत वैश्विक समुदाय की स्वास्थ्य जरुरतो को पूरा करने के लिए दीर्घकालिक भागीदार बनकर बेहद गौरवान्वित महसूस कर रहा है.
अमेरिका ने की भारत की सरहना भारत के द्वारा अपने पड़ोसियों की मदद की सराहना करते हुए अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ़ स्टेट के दक्षिण और मध्य एशियाई देशो के विभाग ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि “हम वैश्विक स्वास्थ्य में भारत की भूमिका की सराहना करते है, जो दक्षिण एशिया में कोविड-19 वैक्सीन की लाखो दोज साझा कर रहा है. विभाग ने आगे लिखते हुए कहा की, भारत द्वारा वैक्सीन के फ्री शिपमेंट भूटान, मालदीव, नेपाल और बांग्लादेश जैसे देशो में पहुंचने लगे है जो आगे और भी देशो में भेजे जायेंगे. भात एक अच्छा मित्र